Focus

    मंगल ग्रह या लाल ग्रह के बारे में 21 रोचक तथ्य

    Jun 6, 2017, 11:03 IST

    मंगल ग्रह को फेरिक आक्साइड की उपस्थिति के कारण ‘लाल ग्रह’ भी कहा जाता है. भारत का प्रथम मंगल अभियान 5 नवम्बर 2013 को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से छोड़ा गया था. इसके साथ ही भारत दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया है जिसने पहले ही प्रयास में अपना मंगल अभियान पूरा कर लिया है. यह ग्रह मनुष्य के रहने योग्य नही है क्योंकि यहाँ का औसत तापमान -55 डिग्री सेल्सीयस होता है.

    मंगल ग्रह को “फेरिक आक्साइड” की उपस्थिति के कारण “लाल ग्रह” भी कहा जाता है. हमारे सौर मंडल में मंगल ग्रह का स्थान सूर्य से चौथा है। पूरे सौरमंडल में यह ग्रह दूसरा सबसे छोटा ग्रह है। मंगल का वायुमंडल इतना कमज़ोर है कि अंतरिक्ष से मंगल ग्रह पर रेडियोएक्टिव किरणों की बमबारी सी होती रहती है. मंगल पर ऑक्सीजन भी बेहद कम (केवल 5%) है, बकाया की कार्बन डाई ऑक्साइड गैस है. हालांकि वैज्ञानिकों को अभी भी लगता है कि धरती के कुछ बैक्टीरिया मंगल ग्रह पर ज़िंदा रह सकते हैं. इसीलिए वैज्ञानिक धरती के बैक्टीरियाओं की लिस्ट बना रहे हैं जो कि मंगल के बेहद ठंडे माहौल और जानलेवा विकिरण में भी जिन्दा रह सकें. इस लेख में हम मंगल ग्रह से संबंधित 21 रोचक तथ्य बता रहे हैं.

    1. यूनान के लोग मंगल को युद्ध का देवता मानते हैं.
    marsian god
    Image source:Crystalinks
    2. मंगल ग्रह की सतह का लाल- नारंगी रंग लौह आक्साइड (फेरिक आक्साइड) के कारण है, जिसे सामान्यतः हैमेटाईट या जंग के रूप में जाना जाता है.
    mars rock
    Image source: Universe Today
    3. सिलिकॉन और ऑक्सीजन के अलावा मंगल की पर्पटी में बहुत बड़ी मात्रा में पाए जाने वाले तत्व हैं: लोहा, मैग्नेशियम, एल्युमिनियम, कैल्सियम और पोटेशियम.
    4. मंगल ग्रह की सतह मुख्यतः थोलेईटिक बेसाल्ट की बनी है.
    जानें सौर्य ऊर्जा संयंत्र लगवाने पर सरकार कितनी सब्सिडी देती है
    5. मंगल पर महासागर नहीं है, इसलिए कोई 'समुद्र स्तर' भी नहीं है.
    6. मंगल का वायुमंडल 95% कार्बन डाइऑक्साइड, 3% नाइट्रोजन, 1.6% आर्गन से बना हैं और ऑक्सीजन और पानी के निशान शामिल हैं.

    atmosphere of mars
    Image source:JPL – NASA
    7. मंगल का औसत तापमान-55 डिग्री सेल्सियस है जबकि सर्दियों के दौरान यहाँ पर तापमान -87 डिग्री सेल्सियस और गर्मियों में -5 डिग्री सेल्सियस पर आ जाता है.

    frozen-surface-of-mars
    Image source:bbc
    8. मंगल पर वातावरण का दबाव धरती की तुलना में बेहद कम है इसलिए वहां जीवन बहुत मुश्किल है.
    9. मंगल की सतह पर धूल भरे तूफ़ान उठते रहते हैं, कभी-कभी ये तूफ़ान पूरे मंगल को ढक लेते हैं.

    dust-storm-mars
    Image source:google
    10. मंगल को पृथ्वी से नंगी आँखों से देखा जा सकता है.
    11. यह ग्रह पृथ्वी की तुलना में सूर्य से 1.52 गुना अधिक दूर है, परिणामस्वरूप मात्र 43% सूर्य प्रकाश की मात्रा ही मंगल पर पहुँच पाती है।

    mars-distance-from-earth
    Image source:Space.com
    12. मंगल का अक्षीय झुकाव 25.19 डिग्री है, जो कि पृथ्वी के अक्षीय झुकाव से थोडा अधिक है.
    अर्थ आवर (Earth Hour) क्या है और यह हमारे लिए क्यों महत्वपूर्ण है
    13. मंगल का एक दिन 24 घंटे से थोड़े ज़्यादा का होता है.
    14. मंगल की ऋतुएँ पृथ्वी के जैसी है, हालांकि मंगल पर ये ऋतुएँ पृथ्वी पर से दोगुनी लम्बी है.
    15. मंगल के दो चंद्रमा हैं. इनके नाम फ़ोबोस और डेमोस हैं. फ़ोबोस. डेमोस से थोड़ा बड़ा है. ये दोनों छोटे और अनियमित आकार के हैं.

    moon-of-mars
    Image source:El blog de Daniel Marín
    16. फ़ोबोस धीरे-धीरे मंगल की ओर झुक रहा है, हर 100 साल में यह मंगल की ओर 1.8 मीटर झुक जाता है. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि 5 करोड़ साल में फ़ोबोस या तो मंगल से टकरा जाएगा या फिर टूट जाएगा और मंगल के चारों ओर एक घेरा (ring) बना लेगा.
    17. मंगल, पृथ्वी के व्यास का लगभग आधा है परन्तु यह पृथ्वी से कम घना है.
    18. फ़ोबोस पर गुरुत्वाकर्षण धरती के गुरुत्वाकर्षण का एक हज़ारवां हिस्सा है. इसे कुछ यूं समझा जाए कि अगर धरती पर किसी व्यक्ति का वज़न 68 किलोग्राम है तो उसका वज़न फ़ोबोस पर सिर्फ़ 68 ग्राम होगा.
    19. मंगल का गुरुत्वाकर्षण धरती के गुरुत्वाकर्षण का एक तिहाई है, यदि पृथ्वी पर किसी व्यक्ति का वजन 100 किलोग्राम है तो मंगल पर कम गुरुत्वाकर्षण के कारण मात्र 37 किलोग्राम ही रह जायेगा.

    gravitation-at-earth
    Image source:Space Flig
    20. मंगल का गुरुत्वाकर्षण धरती के गुरुत्वाकर्षण का एक तिहाई है. इसका मतलब यह है कि मंगल पर कोई चट्टान अगर गिरे तो वह धरती के मुकाबले बहुत धीमी रफ़्तार से गिरेगी.
    21. अपनी भौगोलिक विशेषताओं के अलावा, मंगल का घूर्णन काल और मौसमी चक्र पृथ्वी के समान हैं.
    सारांश रूप में यह कहना ठीक होगा कि मनुष्य को अपने ग्रह पृथ्वी के वातावरण को और अधिक मानवीय बनाना होगा ताकि उसे किसी अन्य ग्रह पर जाकर विपरीत हालातों में रहने के लिए मजबूर न होना पड़े.

    Hemant Singh is an academic writer with 7+ years of experience in research, teaching and content creation for competitive exams. He is a postgraduate in International
    ... Read More

    आप जागरण जोश पर भारत, विश्व समाचार, खेल के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए समसामयिक सामान्य ज्ञान, सूची, जीके हिंदी और क्विज प्राप्त कर सकते है. आप यहां से कर्रेंट अफेयर्स ऐप डाउनलोड करें.

    Trending

    Latest Education News